


यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के साथ रिश्ते रखने पर भारत को लगातार गीदड़भभकी दे रहे अमेरिका और नाटो चीफ को भारत ने सख्त संदेश दिया है। भारतीय नौसेना का हाल ही में रूस में बनकर तैयार हुआ युद्धपोत आईएनएस तमाल रूस की आर्थिक राजधानी सेंट पीटर्सबर्ग पहुंच गया है। भारतीय युद्धपोत रूसी नौसेना दिवस पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लेगा। रूस के रक्षा मंत्रालय ने आईएनएस तमाल के पहुंचने की सूचना दी है। रूसी नौसेना हर साल जुलाई महीने के आखिरी संडे को नेवी डे मनाती है। यह इस साल 27 जुलाई को आयोजित होने जा रहा है। नेवी डे पर भारतीय युद्धपोत रूसी जंगी जहाजों के साथ अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए एकजुटता दिखाएगा। आईएनएस तमाल भारतीय नौसेना का आखिरी युद्धपोत है जिसे विदेश यानि रूस में बनाया गया है।
रूसी सरकारी मीडिया ने बताया कि आईएनएस तमाल का सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचना अंतरराष्ट्रीय सहयोग को दर्शाता है। साथ ही यह दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच बढ़ती भागीदारी को भी बताता है। इस भारतीय युद्धपोत को बनाने वाले रूस के यांतर शिपयार्ड के सीईओ एंद्रे पूचकोव ने आईएनएस तमाल के बारे में कहा कि यह फ्रीगेट सफलतापूर्वक अपने ट्रायल को पूरा कर चुका है। इसे भारतीय नौसेना में शामिल किया जा चुका है। यह अत्याधुनिक और कई तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने वाला युद्धपोत है। उन्होंने कहा कि आईएनएस तमाल सतह, जमीन, पानी के अंदर और हवाई लक्ष्यों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई करने की ताकत रखता है।
आईएनएस तमाल ऐसा आठवां युद्धपोत है जिसे रूस में भारतीय नौसेना के लिए बनाया गया है। यह युद्धपोत किस भी तरह के खतरे का सामना करने में सक्षम है। यह भारतीय अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम से लैस है। इसके अंदर Shtil-1 एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम, तोप, इलेक्ट्रानिक वारफेयर उपकरण लगाए गए हैं ताकि ड्रोन और मानवरहित विस्फोटक नौकाओं से इसे बचाया जा सके। इससे पहले नाटो के चीफ ने धमकी दी थी कि अगर भारत ने रूस से तेल लेना जारी रखा तो उसके खिलाफ भारी टैरिफ लगाया जाएगा। वहीं अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सीनेटर ने एक बिल पेश किया है जिसमें भारत पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है। यूक्रेन युद्ध में रूस को झुकाने के लिए नाटो देश भारत को धमका रहे हैं। इन सब धमकियों के बाद भी भारत ने रूस से दोस्ती को मजबूत किया है।